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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

बैंक खाते सील करके वित्तीय आतंकवाद फैला रही है सरकार : कांग्रेस


नयी दिल्ली, 22 फरवरी कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार आम चुनाव से पहले विपक्षी दलों के बैंक खाते सील करके देश मे वित्तीय आतंकवाद फैला रही है और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष अजय माकन, संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश तथा युवा कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीनिवास वीबी ने पार्टी के बैंक खाते सील करके पैसे निकालने की कार्रवाई को जबरन वसूली करार दिया और कहा कि यदि सरकार आयकर को बहाना बनाकर कांग्रेस के खातों को सील करती है तो उसे बताना चाहिए कि क्या भाजपा ने कभी आयकर दिया है और यदि नहीं दिया है तो उसके खाते सील क्यों नहीं किये जा रहे हैं।

श्री खड़गे ने कहा,"निरंकुश मोदी सरकार जबरन वसूली और वित्तीय आतंकवाद के माध्यम से लोकतंत्र पर कब्जा कर रही है। उसने कांग्रेस को चंदे में से मिले 65 करोड़ रुपये हस्तांतरित करने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों को धोखा दिया और इसे आयकर के माध्यम से जब्त कर लिया। सवाल है कि क्या भाजपा ने कभी आयकर भरा है। भाजपा को कम से कम 30 फर्मों से दान मिला क्योंकि उसने उन पर छापे मारने के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई), आईटी, प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) का दुरुपयोग किया था। रिपोर्टों से यह भी पता चलता है कि इनमें से कुछ कंपनियों ने तलाशी के बाद के महीनों में भाजपा को भारी रकम सौंपी।"

उन्होंने कहा, "एक तरफ मोदी सरकार कांग्रेस को दान में मिली जनता की मेहनत की कमाई को चुराना चाहती है और दूसरी तरफ वह दान का बड़ा हिस्सा हड़पने के लिए ईडी, सीबीआई, आईटी आदि के माध्यम से कॉर्पोरेट कंपनियों को धमकाती है। विपक्ष को लूटने और भाजपा का खजाना भरने के लिए दानदाताओं को ब्लैकमेल करना लोकतंत्र के लिए काला चरण है। हम इस लड़ाई को पूरी ताकत से लड़ेंगे। लड़ाई कानूनी तौर पर भी और जनता की अदालत में भी लड़ेंगे।"

इस बीच श्री वेणुगोपाल तथा श्री माकन ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा "यह स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस पार्टी पर थोपा गया वित्तीय आतंकवाद है। बैंकों से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक सरकार ने बैंकों को करीब 500 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। हमारी जमा राशि से सरकार ने 65.89 करोड़ रुपए निकाले हैं और यह रकम कांग्रेस, युवा कांग्रेस तथा एनएसयूआई की है। भाजपा के विपरीत यह पैसा पार्टी के सामान्य कार्यकर्ताओं से लिया गया है। संसदीय चुनाव से ठीक पहले इसका क्या मतलब है। वे अनिवार्य रूप से बैंक से हमारा पैसा चुरा रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "मोदी सरकार और इनकम टैक्स के अधिकारियों ने कांग्रेस के बैंक खातों से करोडों की चोरी के मामले में इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल में अर्जी दी थी जिसमें 21 फरवरी को सुनवाई होनी थी। लेकिन सुनवाई से एक दिन पहले आयकर अधिकारियों ने बैंक शाखाओं में जाकर धमकी दी और डिमांड ड्राफ्ट से 65.8 करोड़ रुपये वसूल लिए।"

कांग्रेस नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "राजनीतिक पार्टियां इनकम टैक्स से मुक्त होती हैं। क्योंकि पार्टी के पास जो पैसा आता है वह देश में लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए आता है, यह किसी भी प्रकार की आय नहीं है। क्या भाजपा ने कभी भी इनकम टैक्स दिया है। अगर कांग्रेस पार्टी से इनकम टैक्स लिया जा रहा है तो भाजपा से क्यों नहीं लिया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस को 2018-19 में 142.83 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से सिर्फ 14.49 लाख रुपये हमारे विधायकों और सांसदों की एक महीने की सैलरी से मिले थे। ये 14 लाख रुपये कैश में आने की वजह से हमारे ऊपर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी गई। हमें 31 दिसंबर तक अपने खातों की जानकारी आयकर विभाग को देनी थी लेकिन दो फरवरी 2019 को दी। ऐसे में सारे पैसे पर यह पेनल्टी लगाई गई। ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ। अब पांच साल बाद सरकार और आयकर विभाग जागा है, जब आम चुनाव सिर पर हैं। ये कहां का न्याय है।"

उन्होंने बैंक खाते सील करने की कार्रवाई को कांग्रेस पार्टी को कम करने की कवायद बताया और कहा "ये कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से तोड़ने की कोशिश है ताकि हम चुनाव न लड़ पाएं। अगर हमारे खाते फ्रीज हो जाएंगे तो हम चुनाव कैसे लड़ेंगे, प्रचार कैसे करेंगे।"

इस बीच कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश में कहा "पहले उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नोटबंदी कर दी गई थी। क्योंकि मोदी सरकार चाहती थी कि पार्टियां चुनाव न लड़ पाएं। ठीक उसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों पर 'कर हमला' किया गया है। इसका एक ही मकसद है- कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया जाए, ताकि हम चुनाव न लड़ पाएं।"

युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने ईवीएम के खिलाफ यहां हुए प्रदर्शन में कहा, "भाजपा सरकार ने युवा कांग्रेस के खाते से 4.20 करोड़ रुपए लूटने का काम किया है। यह पॉकेटमार सरकार है। लोकतंत्र में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है। ये सरासर तानाशाही है।"


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