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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

राज्यसभा में कांग्रेस पर बरसे पीएम मोदी कहा 'उनकी पीढ़ियों के लोग नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखते, क्या शर्मिंदगी है'




पीएम नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस का जवाब दे रहे हैं। आज फिर उन्होंने अपने ही अंदाज में विपक्ष पर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि कल खड़गे जी शिकायत कर रहे थे कि पीएम नरेंद्र मोदी बार-बार मेरे क्षेत्र में आ जाते हैं। मैं कहता हूं कि यह भी तो देखो कि कर्नाटक में 1 करोड़ 70 लाख जनधन खाते खुले हैं। यहां तक कि उनके ही इलाके में 8 लाख से ज्यादा खाते खुले हैं। अब आप बताइए कि इतने बैंक के खाते खुल जाएं और लोग सशक्त हो जाएं और किसी का इतने सालों बाद खाता बंद हो जाए तो उनकी पीड़ा मैं समझता हूं।
पीएम मोदी के भाषण शुरू करते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसको लेकर पीएम ने कहा कि कुछ लोगों का व्यवहार, देश को निराश करने वाला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रवृत्ति को यही कहूंगा कि कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल. जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल. मोदी ने कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक परिवार के नाम पर ही 600 योजनाएं थीं, नेहरू का नाम न लेने पर आहत हो जाते हैं कुछ लोग। फिर भी मेरा यह सवाल है कि उनकी पीढ़ियों के लोग नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखते, क्या शर्म है। देश के पहले पीएम रहे हैं। हम तो उनका नाम लेंगे ही, लेकिन उनकी ही पीढ़ियां नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखती हैं।मैंने रिपोर्ट में पढ़ा कि 600 सरकारी योजनाएं गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर थीं फिर भी नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया जाता. किसी कार्यक्रम में अगर नेहरू जी के नाम का जिक्र नहीं किया जाता है तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं. लहू गर्म हो जाता है कि नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया गया.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे बहुत आश्चर्य होता है कि चलो भाई मुझसे कभी छूट जाता होगा नेहरू जी का नाम. हम इसे ठीक भी कर लेंगे क्योंकि देश के पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन मुझे समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? नेहरू सरनेम रखने से शर्मिंदगी क्यों है. नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है? इतना बड़ा महान व्यक्तित्व...आपको मंजूर नहीं है...परिवार को मंजूर नहीं है और हमारा हिसाब मांगते हो. 
चुपचाप दर्द सहती थीं महिलाएं, अब आयुष्मान कार्ड से मिलेगा इलाज
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहनें दर्द सहती रहती हैं और अपनी बीमारी नहीं बतातीं कि बच्चों पर कर्ज न हो जाए। इनके लिए ही हमने आयुष्मान कार्ड की व्यवस्था की।
महिलाओं को संपत्ति पर अधिकार मिले। इसलिए पीएम आवास योजना उनके नाम पर देने का फैसला लिया। पीएम मोदी ने कहा कि महिलाएं अनाज कि डिब्बों में अपनी बचत रखती थीं। इसलिए हमने जनधन स्कीम शुरू की और उन्हें बैंकों तक पहुंचा। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सैनिक स्कूलों में भी लड़कियों के प्रवेश को मंजूरी दी। आज सियाचिन में भी जब देश की बेटी तैनात होती है तो गर्व होता है। 


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