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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

'लेफ्ट के 34 साल के शासन में विकास नहीं हुआ, लेकिन पिछले 11-12 साल में जब से मैं आई हूं तो बंगाल बढ़ा आगे' जी 20 बैठक में बोलीं सीएम ममता बनर्जी




भारत की अध्यक्षता में जी-20 की पहली बैठक आज से कोलकाता में शुरू हुई। 11 जनवरी तक चलने वाली इस बैठक में विभिन्न देशों के प्रतिनिधि वित्तीय समावेशन पर वैश्विक साझेदारी को लेकर मंथन कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कोलकाता में जी20 की बैठक में कहा कि उनकी सरकार विकास को मानवीय रूप देने में विश्वास करती है. वित्तीय समावेश पर हो रही तीन दिवसीय इस बैठक में जी20 के सदस्य देशों से आए प्रतिनिधियों को अपने संबोधन में ममता ने यह भी कहा कि महिला सशक्तीकरण सहित सरकार के कल्याण कार्यक्रम इस तरह तैयार किए गए हैं कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों के डिजिटल एवं वित्तीय समावेश को बढ़ावा मिले.ममता बनर्जी ने बैठक में कहा, “मैं सभी का स्वागत करती हूं. मैं इस जी20 की मेजबानी करके बहुत खुश हूं. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे यह अवसर मिला है. कुछ दिनों पहले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आयोजित हुआ था. उस फेस्टिवल में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. दुनिया एक खूबसूरत परिवार है. आपका परिवार मेरा परिवार है. आपका मुख्य विषय आर्थिक सशक्तिकरण है. जैसा कि आप जानते हैं, भारत एक विशाल देश है. यहां कई भाषाओं और जातियों के लोग रहते हैं. अलग-अलग राजनीतिक दल हैं. ”
उन्होंने कहा, “बंगाल में लेफ्ट ने 34 साल तक राज किया. यहां कुछ भी नहीं था. अर्थव्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, विकास और कुछ नहीं हुआ था, लेकिन पिछले 11-12 साल में जब से मैं आई हूं, मैंने हर पहलू पर फोकस किया है. विकास पर जोर दिया गया है. गरीबी 40 फीसदी कम हुई है. रोजगार पर जोर दिया गया है. मैंने मुफ्त भोजन, शिक्षा की व्यवस्था की है. मैंने मुफ्त इलाज कराया है. चाहे हिंदू हो या मुसलमान, मैंने सभी के लिए शिक्षा और भोजन की व्यवस्था की है. जिसके कारण प्रदेश को विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है. संयुक्त राष्ट्र से लेकर राष्ट्रपति से पुरस्कार मिला है. यहां 15 लाख एसएचजी सदस्य हैं. हमारे देश में आत्मनिर्भरता ने महत्वपूर्ण स्थान ले लिया है. हमारा राज्य आत्मनिर्भर हुआ है. हम कभी भेदभाव नहीं करते हैं. बंगाल पूर्वी देशों का गेटवे है. बंगाल जैसी खूबसूरत जगह आपको कहीं नहीं मिलेगी. कोलकाता देश की सांस्कृतिक राजधानी है.” 


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