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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

मोदी ने नवीन के पिता को दिया दो से तीन दिन यूक्रेन से शव लाने का आश्वसन




हावेरी। यूक्रेन के खारकिव में मारे गए नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौड़ा के पिता ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें तीन दिन में मेरे पुत्र का शव वापस लाने का आश्वासन दिया है।
कर्नाटक के उन्होंने चलगेरी गांव में संवाददाताओं से कहा, "जब प्रधानमंत्री ने मुझे फोन किया, तो मैंने उनसे कहा कि मेरे पुत्र का शव भारत वापस ला दीजिए। प्रधानमंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि अगले दो से तीन दिनों में, शव को वापस लाने की व्यवस्था की जाएगी। चूंकि देश युद्ध की स्थिति में है, शव को वापस लाना मुश्किल होगा। इसके बावजूद हम जरूरी काम करने की व्यवस्था करेंगे।"
वहीं, नवीन के एक रिश्तेदार शिवन्नागौदर ने बताया कि नवीन यूक्रेन में चल रहे रूस के सैन्य अभियान के दौरान मारा गया पहला भारतीय है। नाश्ता खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के बाद उसकी हत्या कर दी गई।
नवीन के पिता ने विदेश मंत्रालय और राजनीतिक नेताओं से भी इस मामले को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया , क्योंकि यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए स्थिति गंभीर होती जा रही है। शोक संतप्त माता-पिता ने प्रधानमंत्री मोदी से भारत में चिकित्सा शिक्षा को सस्ता बनाने के लिए कोशिश करने की अपील की, ताकि भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जाने को मजबूर न हों।
उन्होंने कहा, "भारत में शिक्षा महंगी है। बच्चों को एमबीबीएस की डिग्री दिलाने के लिए माता-पिता को दान के रूप में एक से दो करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मेरा बेटा अत्यधिक बुद्धिमान था और एसएसएलसी और पीयूसी परीक्षाओं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करता था। वह डॉक्टर बनना चाहता था।"
उन्होंने कहा, "भारत में मेडिकल सीटों का आवंटन भी जाति के आधार पर होता है। इन्हीं कारणों से बच्चे पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते हैं, जहां शिक्षा सस्ती हो।"
नवीन के पिता ने भारतीय दूतावास पर उनके द्वारा किए गए एसओएस कॉल का जवाब नहीं देने का भी आरोप लगाया।


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