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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

मरने से पहले नवीन ने पिता से कहे थे आखिरी शब्द, ‘घर आ रहा हूं’




बेंगलुरु। यूक्रेन में रूसी हमले में मारे गये कर्नाटक के होनहार छात्र नवीन एस. ज्ञानगौदर मरने से कुछ समय पहले वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अपने पिता से आधे घंटे तक बात की थी और कहा था कि घर आ रहा हूं।
नवीन घर आने को लेकर उत्साहित थे। उनके पिता शेखरगौदर के कानों और दिलो-दिमाग में नवीन के ये अंतिम शब्द गूंज रहे हैं। उनका बेटा जिंदा तो नहीं आया, अब वह उसके पार्थिव शरीर के यूक्रेन से कर्नाटक पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
श्री शेखरगौदर के परिवार में मंगलवार सुबह सब कुछ खुशनुमा था, लेकिन अपराह्न करीब एक बजे यह बुरी खबर आई और नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकिव में मंगलवार को रूसी सैनिकों की गोलाबारी में नवीन मारा गया।
नवीन ने सुबह 10.30 बजे एक वीडियो कॉल किया था और अपने पिता से आधे घंटे तक बात की थी। उन्होंने बताया था कि सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं और वह रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे हैं।
नवीन के एक रिश्तेदार शिवन्नागौदर ने कहा, "कुछ समय बाद, वह नाश्ता खरीदने के लिए अपने दो दोस्तों के साथ रेलवे स्टेशन से बाहर निकला और इसी दौरान एक विस्फोट में उसकी जान चली गई।"
उन्होंने बताया कि हावेरी निवासी 21 वर्षीय नवीन खारकिव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में अंतिम वर्ष का छात्र था। सौभाग्य से उसका एक दोस्त बच गया और एक अन्य गोलाबारी में घायल हो गया है।
वे लोग खारकिव से यूक्रेन के पश्चिमी भाग में 1000 किलोमीटर की यात्रा करने वाले थे, जहां ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय अधिकारियों द्वारा निकासी अभियान चलाया जा रहा है।
छात्रों के एक बैच को सोमवार को भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी उड़ान में सवार होने के लिए एक सीमावर्ती राष्ट्र को पार करने के लिए पश्चिमी यूक्रेन में ट्रेन के माध्यम से ले जाया गया।
उन्होंने कहा, "आज नवीन की बारी थी और जब यह घटना घटित हुई, तब वह तथा उसके बैच के साथी ट्रेन से जाने वाले थे।"
नवीन के पिता शेखर गौडा ने मंगलवार को यहां मीडिया से बातचीत में इस बात का खुलासा किया। इससे ठीक पहले नवीन के पिता की मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बातचीत हुई थी, जिन्होंने नवीन की मौत पर शोक व्यक्त किया था तथा उन्हें सांत्वना दी थी।
अपने पुत्र की मौत से दुखी शाेकाकुल शेखर गौडा ने बताया कि आज सुबह ही उनकी अपने बेटे से बात हुई थी। नवीन रोजाना दो से तीन बार अपने परिजनों से बातचीत करता था।
श्री बोम्मई ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा,“यह एक बड़ा झटका है। ईश्वर नवीन को शाश्वत शांति प्रदान करें।” उन्होंने कहा कि नवीन के पार्थिव शरीर को भारत लाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में हावेरी जिले के रणबेन्नूर तालुक स्थित चालगेरी गांव के नवीन की यूक्रेन में रूस की गोलाबारी में मौत हो गई है। यूक्रेन में फंसे भारतीय विद्यार्थियों ने बताया कि खारकिव में मेडिकल पाठ्यक्रम की चौथे वर्ष की पढ़ाई करने वाला छात्र नवीन खाद्य सामग्री लाने के लिए घर से बाहर निकला था। इसी दौरान सब्जी के लिए लाइन में अन्य लोगों से साथ खड़े नवीन की गोली लगने से मौत हो गयी।
खारकिव की टाइमलाइन के मुताबिक रूसी सेना ने सुबह करीब सात बजे रॉकेट से हमला किया, जबकि नवीन कई अन्य लोगों के साथ खाद्य सामग्री लाने के लिए कतार में खड़ा था,जिसमें गोली लगने से उसकी मौत हो गयी। नवीन मेडिकल की पढ़ाई के लिए पिछले चार साल से यूक्रेन के रह रहा था।



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