उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

दिव्यांगों के लिए रोजगार सारथी जॉब पोर्टल शुरू




नयी दिल्ली। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिव्यांगों की सेवा को भगवान की सेवा बताते हुये आज रोजगार सारथी ऑनलाइन जॉब पोर्टल का शुभारंभ किया जिसके माध्यम से दिव्यांगों को निजी और सरकारी नौकरियां मिलने में मदद मिलेगी।
यह पोर्टल दृष्टिबाधित लोगों को स्क्रीन रीडर जैसी सहायक तकनीकों का उपयोग करके वेबसाइट तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट और नेशनल एबिलिंपिक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित 8वें नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन डिसएबिलिटी के दौरान श्री गडकरी ने इस पोर्टल का शुभारंभ किया। इस मौके पर मौके पर श्री गडकरी ने कहा,“ विकलांग लोगों में अद्भुत क्षमता होती है, हमें उनमें से सर्वश्रेष्ठ को निकालने की जरूरत है और सार्थक जैसे एनजीओ अच्छा काम कर रहे हैं। जो लोग दिव्यांग हैं, उनका जीवित रहना बहुत मुश्किल है, इसलिए उन्हें रोजगार और स्थायी जीवन देना समाज का कर्तव्य है। यह देश की सेवा करने और उन्हें उचित दृष्टिकोण देने का समय है। हमें ऐसे हजारों संगठनों की जरूरत है जो सामाजिक चेतना की दिशा में काम करें। आप उन्हें उनके जीवन को बनाए रखने के लिए पेशेवर मार्गदर्शन दे रहे हैं और मैं दिव्यांगों की इस सेवा को अपना समर्थन देता हूं, जो भगवान की सेवा के समान है।”
इस दो दिवसीय सम्मेलन में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने कहा, “टेक्नोलॉजी एक शक्तिशाली माध्यम हो सकती है, लेकिन इससे मानवता के लिए नैतिक चुनौतियां भी आई हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग जैसी तकनीक काम करने वाले व्यक्तियों की जगह ले रही हैं। ऐसे में दिव्यांगजन आगे आते हुए इस बात की प्रेरणा बन सकते हैं कि चुनौतियों से कैसे निटपना चाहिए। हम सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट से भी अपने अर्ली डिटेक्शन सेंटर्स के माध्यम से 112 जिलों तक पहुंचने का आग्रह करते हैं। नीति आयोग दिव्यांगजनों के लिए इस एजेंडा पर आगे बढ़ने और ग्रामीण भारत के सर्वाधिक हाशिए पर जी रहे इस वर्ग की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने में मदद के लिए तत्पर है।”
सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के संस्थापक एवं सीईओ डॉ. जीतेंदर अग्रवाल ने कहा, ‘सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट ने महामारी के दौरान दिव्यांगजनों के के लिए अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में सतत कार्य किया। कौशल विकास, प्रशिक्षण, चुनौतियों से लड़ने में सहायता और उन्हें फंक्शनल वर्कफोर्स का हिस्सा बनाते हुए भविष्य के लिए तैयार किया गया। सार्थक ने रोजगार सारथी के नाम से जॉब पोर्टल शुरू किया है, जो दिव्यांगजनों के लिए निजी एवं सरकारी संस्थानों में रोजगार पाने का वन स्टॉप सॉल्यूशन है। साथ ही दिव्यांगजनों के लिए कैपसारथी नाम का एप भी लॉन्च किया गया है, जिसमें दिव्यांगों से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई हैं। यह विशेषतौर पर ग्रामीण दिव्यांगजनों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण है। सार्थक गुरुग्राम में सार्थक ग्लोबल रिसोर्स सेंटर भी शुरू कर रहा है, जहां दिव्यांगता से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान दिया जाएगा।’
कॉन्फ्रेंस में रोजगार सारथी पोर्टल पर एक व्यापक ऑनलाइन रोजगार मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें फ्लिपकार्ट, अमेजन, विशाल मेगा मार्ट, आईसीसीएस, रिलायंस फ्रेश, बिग बास्केट, विप्रो, स्टारटेक, इंडियामार्ट, इंटरमेश लिमिटेड, जेनपैक्ट, एसेंचर, रिलायंस ट्रेंड्स समेत कई सरकारी, अर्ध सरकारी व निजी कंपनियों ने नियुक्ति की, साथ ही कई अन्य देशों की कंपनियों ने भी हिस्सा लिया।


भारत