सांसदों के निलंबन का मामला गरमाया, विपक्ष की बैठक, प्रह्ललाद जोशी ने कहा, सांसदों को माफी मांगनी होगी ;
नयी दिल्ली। अनुशासनहीनता के मामले में सांसदों के निलंबन का मामला गरमा गया है। एक ओर विपक्ष इस मुद्दे पर बैठक करने जा रही है, तो केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि सांसदों को निलंबन की वापसी के लिए माफी मांगनी होगी।
उन्होंने कहा, “सांसदों का निलंबन रद्द होने के लिए सांसदों को माफी मांगनी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नही लगता कि सदन में जो कुछ भी हुआ था उसपर कारवाई होनी चाहिए। यह अहंकार देश की जनता अब और बर्दाश्त नही करेगी। किसानों की हालत खराब है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है। मध्यप्रदेश में तो कांग्रेस ने किसानों पर गोली चलवाई थी, नन्दीग्राम मे सीपीएम ने गोली चलवाई थी किसानों पर।”
इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और रहेगी, आज तक जितना किसानों के लिए मोदी सरकार ने किया है उतना किसी ने नही किया।
उधर, संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर विपक्ष के 16 दलों के नेताओं की आज बैठक हुई जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया गया।
बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद में स्थित कार्यालय में हुई जिसमें इन नेताओं ने कहा कि सदन में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसके कारण से विपक्ष के सांसदों को शीतकाल के पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाए। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी साथ ही कई प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस, शिवसेना, एनसीपी, भाकपा, माकपा, राजद, नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित 16 दलों के नेताओं ने भाग लिया।