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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

संघ का पथ संचलन में जगह-जगह स्वागत



ग्वालियर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्यभारत प्रांत के चार दिवसीय प्रांतीय स्वर साधक संगम (घोष शिविर) के दूसरे दिन आज शाम को शहर में घोष वादकों का पथसंचलन निकला।
पथ संचलन की शुरूआत वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर मान वंदना के साथ हुई। क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी, अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुनील कुलकर्णी, प्रांत संघचालक अशोक पाण्डेय, क्षेत्र कार्यवाह अशोक अग्रवाल, ग्वालियर विभाग संघचालक विजय गुप्ता आदि ने पथसंचलन की शुरूआत की। पथसंचलन में लगभग 500 से अधिक घोष वादकों की जयघोष से शहर गूंज उठा। शहरवासियों ने जगह-जगह पथ संचलन में शामिल घोष वादकों पर पुष्प वर्षा किया।
पथ संचलन से पूर्व मध्य भारत प्रांत के 31 जिलों के 550 से अधिक घोष वादकों लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर एकत्रित हुए।। संचलन फूलबाग, लक्ष्मीबाई मार्ग, गुरूद्वारा, मोती तबेला, नदी द्वार, जयेन्द्रगंज, इंदरगंज होते हुए जीवायएमसी मैदान पर पहुंचा। यहां पर संचलन का समाचन हुआ।
पथसंचलन में शामिल घोष वादक कदम ताल करते हुए चल रहे थे। उनके आगे खुली जीप पर महापुरूषों की प्रतिमाएं लगी हुईं थीं। इस अवसर पर क्षेत्र बौधिक प्रमुख विलास गोले, प्रांत कार्यवाह यशवंत इंदापुरकर, प्रांत सह कार्यवाह हेमंत सेठिया, विभाग सहसंघचालक अशोक पाठक, विभाग कार्यवाह देवेन्द्र गुर्जर, ग्वालियर जिला संघचालक रामभरोसे तोमर, सह संघचालक राजेन्द्र सिंह घुरैया, लश्कर जिला संघचालक प्रहलाद सबनानी आदि उपस्थित थे।
केदारधाम में 28 नवंबर तक चलने वाली प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र बनी है। यह प्रदर्शनी आमजन के लिए खुली है। यहां पर रखे ऐतिहासिक वाद्य यंत्रों को देखने के लिए शहरवासी पहुंच रहे हैं। प्रदर्शनी में रखे वाद्य यंत्रों की ऐतिहासिक गाथा बताने के लिए टोली मौजूद रहती है।
स्वर साधक संगम में शामिल होने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत आज रात्रि को ग्वालियर आए। वे 28 नवंबर तक शिविर में रहेंगे। इस दौरान घोष वादकों को डॉ. भागवत का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
पथसंचलन के बाद स्वयंसेवकों एवं नगर निगम अमले ने मार्ग की सफाई की।


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