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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

डोभाल एवं रूसी सुरक्षा प्रमुख ने अफगानिस्तान पर बात की



नयी दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रूस के सुरक्षा प्रमुख निकोले पात्रुशेव ने आज यहां अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की।
भारत-रूस अंतर सरकारी परामर्श के तहत हो रही इस बैठक में विदेश और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं।
दो दिन की यात्रा पर यहां आये श्री पात्रुशेव के साथ रूस के विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों का एक शिष्टडल भी आया है।
रूस के यहां स्थित दूतावास ने ट्वीट कर कहा है, “ रूस और भारत के बीच सुरक्षा मुद्दों पर यहां बातचीत हो रही है। रूस के सुरक्षा प्रमुख निकोले पात्रुशेव भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बात कर रहे हैं। ”
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के बीच गत 24 अगस्त को टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद हो रही है। इस बैठक में दोनों नेताओं ने अपने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अफगानिस्तान की स्थिति पर निरंतर संपर्क में रहने को कहा था।
श्री डोभाल ने वार्ता की शुरूआत में रूसी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत विशेष बैठक है जो श्री मोदी तथा श्री पुतिन के बीच टेलीफोन पर बातचीत के बाद हो रही है और हम इस बैठक को काफी महत्व देते हैं।
श्री पात्रुशेव के श्री मोदी और श्री जयशंकर से भी मिलने की संभावना है।
इससे पहले रूस में भारत के राजदूत वेंकटेश वर्मा ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है। भारत और रूस वहां के घटनाक्रम से प्रभावित हैं।
डोभाल और पात्रुशेव के बीच बातचीत के दौरान तालिबान को मान्यता देने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। रिया नोवोस्ती को दिये साक्षात्कार में उन्होंने कहा , “ अफगानिस्तान की स्थिति पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है। वहां के घटनाक्रम से भारत और रूस प्रभावित हैं। वहां जो कुछ भी हो रहा है उससे दोनों देशों के हितों को खतरा है। साथ ही शरणार्थियों की समस्या के अलावा संगठित अपराध के बढने की भी आशंका है। ”
उन्होंने कहा कि अब अफगानिस्तान के अत्याधुनिक हथियार सशस्त्र दलों के हाथों में आ गये हैं।


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