उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

सोमवार २० मई २०२४

राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध'



कोलकाता। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके साथ ही वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य पर भी 'प्रतिबंध' लगाया गया है। गुरुवार रात राजभवन ने एक बयान जारी कर कहा कि पुलिस को राजभवन परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मंत्री चंद्रिमा को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। राजभवन ने यहां तक ​​कह दिया कि अगर चंद्रिमा किसी समारोह में शामिल होंगी तो राज्यपाल वहां नहीं जायेंगे।हालांकि चंद्रिमा ने गुरुवार रात को ही तृणमूल की ओर से विरोध कार्यक्रम की घोषणा कर दी थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे तृणमूल की महिला मोर्चा मौलाली से डोरिना क्रॉसिंग तक राज्यपाल के खिलाफ विरोध मार्च निकालेगी।
 राज्यपाल पर लगे छेड़छाड़ के आरोप को लेकर मंत्री चंद्रिमा गुरुवार शाम सक्रिय हुईं। राजभवन के बयान में कहा गया है, 'राज्यपाल को बदनाम करने और उनके खिलाफ असंवैधानिक बयान देने के लिए चंद्रिमा भट्टाचार्य पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। वह कलकत्ता, दार्जिलिंग और बैरकपुर के राजभवन में प्रवेश नहीं कर सकेंगी। बयान के मुताबिक, "राज्यपाल ने देश के अटॉर्नी जनरल से भी सलाह मांगी है कि चंद्रिमा के खिलाफ कानून के मुताबिक क्या कार्रवाई की जा सकती है।"
 मीडिया को दिए बयान में चंद्रिमा ने राज्यपाल पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों के संदर्भ में कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री राज्य आएंगे और राजभवन में रात बिताएंगे। इससे पहले एक महिला राज्यपाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची थी। उन पर महिलाओं के खिलाफ शोषण के आरोप हैं। 
 कैसी-कैसी घटनाएँ घट रही हैं! जो गवर्नर कहते है कि वह 'पीसरूम' खोलेगे और सबकी शिकायतें सुनेगे और उनका निपटारा करेंगे। क्या वह 'पीस रूम' वास्तव में महिलाओं के सम्मान का 'पीस हेवन' बन गया है? जहां प्रधानमंत्री बार-बार नारी शक्ति की बात कर रहे हैं, वहीं राज्यपाल नारी का अपमान और अनादर कर रहे हैं। बंगाल में क्या हो रहा है! वह मिट्टी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से पारंपरिक है। इस टिप्पणी के जवाब में राज्यपाल ने चंद्रिमा के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने इस टिप्पणी को असंवैधानिक बताया।
 गुरुवार रात राज्यपाल पर छेड़छाड़ के आरोप सामने आए। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह राजभवन की अस्थायी कर्मचारी है। उन्होंने हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में गवर्नर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। कथित तौर पर गवर्नर ने उसके साथ एक बार नहीं बल्कि दो बार छेड़छाड़ की। राज्यपाल ने खुद आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि वोट का फायदा उठाने के लिए यह साजिश रची गयी है।
राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "राज्यपाल ने चुनावी बाजार में राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों को खुश करने और अवैध, अनधिकृत जांच करने के लिए राजभवन परिसर में गुप्त पुलिस पर प्रतिबंध लगा दिया है।"


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