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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

चंद्रयान 3: लैंडर विक्रम ने किया लिफ्ट ऑफ, इसरो चांद पर इंसान को भेज सकेगा ISRO! मिली बड़ी सफलता




नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को एक और बड़ी सफलता मिली है। चंद्रयान-3 के तहत चांद पर उतारे गए लैंडर विक्रम ने कमांड पर अपना इंजन ऊपर उठाया और कुछ दूरी पर सफलतापूर्वक लैंड कर लिया। ऐसे में, चांद पर इंसान भेजने की दिशा में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इसरो ने एक वीडियो जारी कर बताया कि विक्रम लैंडर ने अपना 'हॉप एक्सीपेरिमेंट' सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। विक्रम लैंडर के इंजन को दोबारा से चालू किया गया और उसे 40 सेमी ऊपर उठाया गया फिर अपनी जगह से 30 - 40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से दोबारा सॉफ्ट लैंडिंग कराई। इसरो ने बताया कि सभी सिस्टम सही रूप से काम कर रहे है। इस 'हॉप एक्सीपेरिमेंट' के जरिए Ramp, ChaSTE और ILSA को वापस मोड़ा गया और सफलतापूर्वक पुन: चांद की सतह पर तैनात किया गया।

  

 
 


टैकनोलजी

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  • बिजली गुल होने से नासा के स्टेशनों का संपर्क टूटा, 1 घंटे तक प्रभावित

    ह्यूसटन। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन नासा के कंट्रोल सेंटर और मिशन स्टेशन के बीच संचार कार्य बंद हो गया था। इससे नासा को बैकअप प्रणाली का सहारा लेना पड़ा, जो पहली बार हुआ। ह्यूस्टन में स्थित नासा की इमारत में अचानक बिजली की खराबी से एक तेज़ भूकंप महसूस हुआ था। बिजली के चले जाने से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और मिशन स्टेशन के बीच का संचार बंद हो गया था।

  • मेट्रो ने रचा इतिहास, देश में पहली बार नदी के नीचे दौड़ी ट्रेन

    कोलकाता। मेट्रो ने कोलकाता में इतिहास रच दिया। भारत में पहली बार किसी मेट्रो ने नदी के नीचे रफ्तार भरी है। यह ट्रायल रन हावड़ा से कोलकाता में एस्प्लेनेड तक हुआ। कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने इस दौड़ को कोलकाता शहर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कहा कि यह पहली बार है कि एक ट्रेन हुगली नदी के नीचे चली है। यह 33 मीटर की गहराई पर सबसे गहरा स्टेशन भी है।