उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शनिवार ११ मई २०२४

सुदीप्त सेन ने पीएम, सीएम को लिखी विस्फोटक चिट्ठी



कोलकाता, 5 दिसम्बर (नि.प्र.)। शारदा चिटफंड के मुखिया सुदीप्त सेन ने विधानसभा चुनाव से पहले जेल से से ही लेटर बम के जरिये राज्य की राजनीति में हंगामा मचा दिया है। जी हां, सारधा चिटफंड के मुखिया सुदीप्त सेन ने मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री कार्यालय को जेल से एक पत्र लिखा है जिसमें राज्य के कई राजनीतिक दलों के नेताओं पर करोड़ों रुपये लेने का आरोप लगाया गया है। शारदा चिटफंड के मुखिया सुदीप्त सेन ने मुकुल राय, शुभेंदु अधिकारी, वाममोर्चा के चेयरमैन बिमन बसु, वाममोर्चा के वरीय नेता सुजन चक्रवर्ती और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के नाम पर उक्त आरोप लगाते हुए पत्र प्रेषित किया है। जेल सूत्रों के अनुसार, सुदीप्त सेन ने एक दिसंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। पत्र में, उन्होंने उल्लेख किया कि चिट फंड कारोबार को चलाने के लिए सारधा चिटफंड कंपनी को किन नेताओं को कितना पैसा देना पड़ा। सेन ने पत्र में लिखा कि तृणमूल नेता शुभेंदु अधकारी को छह करोड़, वाममोर्चा नेता सुजन चक्रवर्ती को 9 करोड़, वाम मोर्चा के चेयरमैन बिमान बसु को दो करोड़ रुपये दिए गए हैं। सेन के आरोपों के तहत सांसद व कांग्रेस के नेता अधीर चौधरी को भी उन्होंने छह करोड़ रुपये देने का आरोप लगाया है।वैसे खास बात तो यह है कि सुदीप्त सेन ने मुकुल राय को भी काफी रुपये देने का आरोप आरोप लगाया है लेकिन उन्हें ठीक से याद नही है कि मुकुल राय को उन्होंने कितना पैसा दिया था। भेजे पत्र पर सुदीप्त सेन ने हस्ताक्षर भी किए हैं। यह पत्र जेल कार्यालय से होते हुए एडीजी के पास भी पहुंचा है।एडीजी के पास पत्र को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के कार्यालय में भेजा गया। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि सुदीप्त सेन अचानक इस तरह के विस्फोटक आरोप लगाने के लिए विधानसभा चुनाव का समय ही क्यों चुना?।क्या इसके पीछे कोई राजनीति है? बहरहाल उक्त तमाम सवाल इस समय अज्ञात है। वैसे सीबीआई पत्र की लिखावट की जांच करेगी। यह पता चला है कि यह पत्र ग्राफोलॉजिस्ट को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। 


स्थानीय

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    कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने कुणाल घोष को पार्टी के प्रदेश महासचिव पद से हटा दिया। इस संबंध में तृणमूल ने लिखा है कि हाल ही में कुणाल घोष कई ऐसी बातें कह रहे हैं जो पार्टी के विचारों के अनुरूप नहीं हैं।

  • बड़ाबाजार में आग लगने से अफरातफरी

    कोलकाता। बड़ाबाजार स्थित एक प्लास्टिक गोदाम में सोमवार तड़के आग लग गयी। सबसे पहले दमकल की सात गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. आग तेजी से फैलने के कारण बाद में आठ और इंजन आग में शामिल हो गए। गोदाम में ज्वलनशील पदार्थ और प्लास्टिक सामग्री होने के कारण आग तेजी से फैल गई।