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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

आर्थिक संकट के बीच रानिल विक्रमसिंघे बने श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री




श्रीलंका में जारी राजनीतिक उठापठक के बीच रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री पद की कमान संभाल ली है। उन्हें राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। रानिल विक्रमसिंघे इससे पहले भी चार बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। लेकिन, इस बार उनकी नियुक्ति को काफी अहम माना जा रहा है। श्रीलंका इस समय राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक संकट और हिंसा से जूझ रहा है। पूरे देश में आपातकाल लागू है, ऐसे में श्रीलंका का प्रधानमंत्री बन रानिल विक्रमसिंघे ने कांटो भरा ताज पहना है। बड़ी बात यह है कि 225 सदस्यों वाली श्रीलंकाई संसद में रानिल विक्रमसिंघे की पार्टी यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के पास सिर्फ एक सीट है। सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी), विपक्षी समगी जन बालावेगाया (एसजेबी) के एक धड़े और अन्य कई दलों ने संसद में विक्रमसिंघे के बहुमत साबित करने के लिए अपना समर्थन जताया है।

चार बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं विक्रमसिंघे
श्रीलंका के वर्तमान प्रधानमंत्री और यूनाइटेड नेशनल पार्टी के एकमात्र सांसद रानिल विक्रमसिंघे का जन्म 24 मार्च 1949 को हुआ था। वह 1994 से यूनाइटेड नेशनल पार्टी के नेता हैं। उन्होंने 7 मई 1993 से 18 अगस्त 1994, 8 दिसंबर 2001 से 6 अप्रैल 2004, 9 जनवरी 2015 से 26 अक्टूबर 2018 और 15 दिसंबर 2018 से 21 नवंबर 2019 तक श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया है। वह श्रीलंकाई संसद में दो बार विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। ऐसे में श्रीलंका की राजनीति में रानिल विक्रमसिंघे एक जाना पहचाना चेहरा हैं।


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