उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शनिवार ११ मई २०२४

इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया, बोले - मोदी से छुप-छुपकर मिलते थे नवाज




पाकस्तिान में अवश्विास प्रस्ताव का सामना कर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया। किसी कारणवश तय समय से देरी से शुरू राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने कहा कि यह समय पाकस्तिान का भवष्यि तय करने वाला समय है। उन्होंने कहा कि पाकस्तिान का मकसद इस्लामी कल्याणकारी सरकार बनना था। इमरान खान ने आगे कहा, 'मैं राजनीति में एक सपना लेकर आया, मेरे पास किसी चीज की कमी नहीं थी।'

इमरान खान ने कहा कि मैं किसी के सामने झुकूंगा नहीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की फॉरेन पॉलिसी, पाकिस्तान के लिए होगी. ये किसी के खिलाफ पॉलिसी नहीं थी, ये इंडिया के खिलाफ नहीं थी. इमरान खान ने कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि उन्होंने (भारत) जब कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा तब मैंने उनके खिलाफ बात की. उससे पहले मैंने इंडिया से बेहतरी की कोशिश खूब की.

संबोधन के बीच में ही अमेरिका का नाम लेकर इमरान खान फंस गए. अचानक हकलाते हुए किसी दूसरे मुल्क का नाम लेने लगे. इमरान खान ने दावा करते हुए कहा कि अमेरिका की तरफ से धमकी वाली चिट्ठी आई थी. वो चिट्ठी मेरे खिलाफ थी. उन्होंने कहा कि चिट्ठी में अविश्वास प्रस्ताव की बात थी. चिट्ठी में कहा गया था कि इमरान खान अगर प्रधानमंत्री रहे तो हमारे रिश्ते आपके मुल्क के साथ खराब हो जाएंगे. चिट्ठी में कहा गया कि इमरान खान चला जाए तो पाकिस्तान को माफ करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश रची गई.


विश्व