'कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के निर्माता दिल्ली में टीकों की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं'
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा है कि रूस कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के निर्माता दिल्ली में टीकों की आपूर्ति के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी मात्रा को लेकर बातचीत चल रही है। श्री केजरीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'हम अभी भी स्पूतनिक के लोगों से संवाद कर रहे हैं। कल हमारे अधिकारियों ने स्पूतनिक के लोगों के साथ बैठक की। वे वैक्सीन देने को तैयार हैं, लेकिन अभी मात्रा को लेकर बातचीत चल रही है।'
उन्होंने द्वारका के वेगास मॉल में दिल्ली के पहले ड्राइव-थ्रू कोविड-19 टीकाकरण केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर बोलते हुए कहा, 'मॉडर्ना और फाइजर ने घोषणा की है कि उनके टीकों का परीक्षण पूरा हो चुका है और उनके टीके बच्चों के लिए भी उपयुक्त हैं। लेकिन इन टीकों को हमारे देश में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी गई है। मेरा मानना है कि केंद्र सरकार को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध सभी टीकों को हमारे देश में इस्तेमाल करने की अनुमति दी जानी चाहिए, विशेषकर जो भी टीके बच्चों के लिए उपयुक्त हों।'
उन्होंने द्वारका के सेक्टर -12 स्थित आकाश अस्पताल में आज ड्राइव थ्रू कोविड-19 टीकाकरण का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'ड्राइव-थ्रू टीकाकरण केंद्र शुरू किया गया है। मुझे उम्मीद है कि इससे दिल्ली के लोगों को काफी मदद मिलेगी। जल्द ही इसी तरह के टीकाकरण केंद्र खोले जाएंगे और इनसे काफी लोगों को मदद मिलने की उम्मीद है। '
उन्होंने कहा कि कठिनाई सिर्फ वैक्सीन आपूर्ति की है। उन्होंने कहा, 'टीकों की विशेष रूप से 18-44 वर्ष के बीच के लोगों के लिएकी भारी कमी है। सरकार ने 45 से ऊपर के लोगों के लिए कोविशील्ड प्रदान किया है, जो कुछ दिनों तक चलेगा। मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द दिल्ली को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन देने का प्रयास कर रही है।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'न सिर्फ दिल्ली में बल्कि पूरे देश में केंद्रों बंद होने के कारण टीकाकरण की गति धीमी हो गई है। आदर्श रूप से, यह वह समय होता जब हमें केंद्रों की संख्या बढ़ानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। इसलिए, मुझे उम्मीद है कि युद्ध स्तर पर टीकों की आपूर्ति की जाएगी। ' उन्होंने कहा कि हम पहले ही एक से अधिक बार लिख चुके हैं कि दिल्ली को प्रति माह 80 लाख टीकों की आवश्यकता है, लेकिन टीकों की कमी एक निरंतर चुनौती बनी हुई है।
श्री केजरीवाल ने कहा कि हम लॉकडाउन की अवधि को अनिश्चित काल के लिए नहीं बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा, 'इससे लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है। उनके व्यवसाय बंद हो रहे हैं। हमें देखना होगा कि कितना अनलॉक हो सकता है, लेकिन अगर हमें इसे टीकाकरण से जोड़ना है, तो हमें नहीं पता कि टीके आने में कितना समय लगेगा।'