नयी दिल्ली 23 अप्रैल जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद राजधानी दिल्ली और श्रीनगर में कई उच्च स्तरीय बैठकों में स्थिति की समीक्षा तथा उससे निपटने की रणनीति पर चर्चा की जा रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कुछ देर पहले सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बुधवार को यहां महत्वपूर्ण बैठक की।
सूत्रों के अनुसार दो घंटे से भी अधिक समय तक चली बैठक में जम्मू कश्मीर की स्थिति की समीक्षा और आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गयी।
इससे पहले सऊदी अरब की यात्रा अधूरी छोड़ कर सुबह ही दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक में पहलगाम हमले की विस्तार से जानकारी ली।
बैठक में विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिश्री तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में श्री मोदी को विदेश मंत्री और सुरक्षा सलाहकार ने मौजूदा स्थिति तथा हमले के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
उधर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार से ही श्रीनगर में बैठकें कर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आज हमले में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी तथा उनके परिजनों से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने आतंकवादी हमले की जगह का भी दौरा किया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए श्री शाह के श्रीनगर से वापस लौटने के बाद शाम को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति की बैठक भी बुलाई गयी है।
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मुंबई में देर रात उस वक्त हड़कंप मच गया जब बैलार्ड पियर स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में अचानक भीषण आग लग गई।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव ने नया मोड़ ले लिया है। इस हमले में 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की भूमिका सामने आने के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया, जिससे पड़ोसी मुल्क बौखला गया है।