बांग्ला फिल्मों ने कई मिसालें कायम की हैं। समाज की कुरीतियों पर समय - समय पर प्रहार किया है। अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए बांग्ला फिल्मों ने विश्व सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। हाथेखोड़ी एक ऐसी ही फिल्म है जो बाल श्रम के मुद्दे पर कटाक्ष करती है और एक असंवेदनशील समाज की संवादहीनता को उजागर करती है। कहानी चांद नाम के 11 साल के लड़के की है। जिसे पढ़ने का शौक है लेकिन गरीबी में पैदा होना उसके लिए गुनाह बन गया है, जिसकी सजा उसे बाल मजदूर के तौर पर एक ढाबे पर काम करते हुए गुजारनी पड़ती है। लेकिन जिनकी रगों में खून हौशला बनकर बहता है, उनके जुनून के आगे दुनिया झुक जाती है। कैसे, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी कि कैसे चांद ढाबे पर काम करते हुए भी अपने जुनून से पीछे नहीं हटता, कैसे वह अन्याय के खिलाफ खड़ा होता है और अपनी आंखों में सवालों की झड़ी लगा लेता है, कैसे वह अपनी राह बनाता है और कैसे कारवां बनता है लोग उससे जुड़ते चले जाते हैं। मानवीय संवेदनाओं को पिरोती हुई 161 मिनट की यह फिल्म जब अपने अंत तक पहुंचती है तो दर्शक भावुक होकर तालियां बजाने को आतुर हो उठते हैं और पूरा थिएटर तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठता है। फिल्म पार्टनर्स स्टूडियोज और कॉपीराइट एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी इस फिल्म का निर्देशन कौस्तव चक्रवर्ती और मैनाक मित्रा ने किया है। मूल कहानी के लेखक बद्रीनाथ साव हैं, जिनकी पुस्तक "अक्षर-अक्षर दीप जले" पर आधारित है यह फिल्म। फिल्म के निर्माता हैं, उमाशंकर कीह, बिश्वनाथ घोराई, अतुल्य कुमार वर्मा, सम्राट बोस, मेघा चक्रवर्ती, राणा भट्टाचार्य और कोंकणा हलदार। कार्यकारी निर्माता व प्रोडक्शन डिजाइनर हैं गोपाल घोराई, जबकि छायांकन रिपोन हुसैन का है जिसने फिल्म को दिलचस्प बना दिया है। जॉय दत्ता की कोरियोग्राफी और अमित चटर्जी, सुप्रतीप भट्टाचार्य, शुभंकर देबनाथ, शुभ्रदीप बख्शी के संगीत से सजी गानों को दर्शकों द्वारा बहुत सराहना मिल रही है।
फिल्म 'सिकंदर' का प्रोडक्शन साजिद नाडियाडवाला कर रहे हैं।'सिकंदर' अगले साल ईद 2025 के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
भैया जी, रॉबिन हुड नहीं हैं वो उसका बाप है। भैय्या जी,गांव पुपड़ृी, जिला सीतामंडी, बिहार।एक सीन में मनोज बाजपेयी ऐलान करते हैं कि 'निवेदन नहीं नरसंहार होगा, नरसंहार।
गिरगिट फिल्म का निर्देशन बाप्पा ने किया है और मुख्य भूमिका में पायल मुख़र्जी के साथ ही दिब्येंदु भट्टाचार्य भी नज़र आएंगे। इसके साथ ही देबलीना दत्ता और बासबदत्ता चटर्जी आगमी फिल्म त्रिभुज की नायिका के रूप में दिखेंगे