उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

पिछली सरकारों की तुष्टीकरण नीति ने देश के लिए समस्या पैदा की: शाह


नयी दिल्ली 05 फरवरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि पिछली सरकारों की तुष्टिकरण की नीति ने देश के लिए कई समस्याएं पैदा कीं और कई गलत नीतियों के कारण दशकों तक जम्मू-कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों और पूर्वोत्तर में हिंसा और अशांति रही।

श्री शाह ने यहां 'सुरक्षा से परे: भारत के लचीले भविष्य का निर्माण' विषय पर व्याख्यान देते हुए और 'ओआरएफ विदेश नीति सर्वेक्षण' का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत छह देशों के साथ भूमि सीमा और सात देशों के साथ समुद्री सीमा साझा करता है।

गृह मंत्री ने कहा, '75 वर्षों में हमने आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर आतंकवाद, उग्रवाद और वामपंथी उग्रवाद का सामना किया है और हजारों निर्दोष नागरिक और सुरक्षाकर्मी इनका शिकार बने हैं।'

उन्होंने कहा कि 2014 से मोदी सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस ’की नीति अपनाई और आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने की रणनीति बनाई। उन्होंने कहा कि हमने न केवल आतंकवाद से निपटना जरूरी समझा है, बल्कि हमने इसके पारिस्थितिकी तंत्र पर भी प्रहार किया है। श्री शाह ने कहा कि अपनी दो-आयामी नीति के कारण, मोदी सरकार ने इन तीन हॉटस्पॉट में बड़ी सफलता हासिल की है।

गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में, प्रधान मंत्री मोदी के प्रयासों के कारण, भारत ने राजनीतिक स्थिरता, भ्रष्टाचार मुक्त शासन, लोक कल्याण, निवेशक-अनुकूल एजेंडा और शांतिपूर्ण वातावरण स्थापित करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

उन्होंने कहा कि 2024 पूरी दुनिया के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल दुनिया के 40 लोकतांत्रिक देशों में चुनाव होने वाले हैं और इन चुनावों में करीब 3.3 अरब लोग मतदान करेंगे।


भारत