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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

बंगाल में दुष्कर्म की घटनाएं थम नहीं रही है, पिछले डेढ़ माह मेंं दुष्कर्म के 15 मामले सामने आए


 

बंगाल में दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले डेढ़ माह मेंं बंगाल में दुष्कर्म के 15 मामले सामने आए हैं। कक्षा चार की छात्रा से लेकर किशोरी, युवती, गृहिणी तक उत्पीड़ित हुई हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि दुष्कर्म के कई मामलों में गिरफ्तार आरोपितों का संबंध तृणमूल कांग्रेस है। और तो और कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी ममता सरकार से पूछ डाला है कि राज्य में क्यों इतनी दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं।
सबसे पहले तीन मार्च को दक्षिण 24 परगना जिले के सागरद्वीप में कक्षा चार की एक छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म का आरोप एक तृणमूल कार्यकर्ता पर लगा था। इसके बाद 22 मार्च को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में एक आदिवासी महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म हुआ और फिर आरोप तृणमूल के ही एक कार्यकर्ता पर लगा। 24 मार्च को बशीरहाट में 11 साल की एक बच्ची को स्थानीय टीएमसी नेता ने हवस का शिकार बनाया तो उसी दिन पश्चिम मेदिनीपुर के केशपुर में एक होम ट्यूटर के साथ एक पुलिस कर्मी ने दुष्कर्म किया। इसके बाद एक अप्रैल को मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर में 14 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ और गिरफ्तार किए गए दो लोग तृणमूल कार्यकर्ता थे। उसी दिन बर्धमान के गलसी में एक स्थानीय तृणमूल नेता ने सरकारी योजना में कार्य करने वाली महिला के साथ दुष्कर्म किया।इसके बाद चार अप्रैल को नदिया जिले के हांसखाली में नाबालिग के साथ दुष्कर्म व मौत का मामला सामने आया। इस मामले में तो कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआइ जांच आदेश दिए हैं। 10 अप्रैल को दक्षिण 24 परगना के नामखाना में एक गृहिणी के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसके जननांग में केरोसिन डालकर आग लगाकर मारने की कोशिश की गई। 10 अप्रैल को बीरभूम के बोलपुर में एक आदिवासी लडक़ी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ उसकी गंभीर स्थिति बनी हुई है।


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