ममता बनर्जी ने कहा, हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी भी नागरिक को तकलीफ हो. बीरभूम की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण
बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई है. मामले के सामने आने के बाद विपक्ष ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया है. किसी ने उनके इस्तीफे की मांग की तो किसी ने पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने की तो वहीं किसी ने राज्य में राष्ट्रपति साशन लागू करने का आग्रह किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के हमलो का जवाब देते हुए कहा, 'हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी भी नागरिक को तकलीफ हो. बीरभूम, रामपुरहाट की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.''घटना की जानकारी मिलने के बाद मैंने ओसी, एसडीपीओ को तत्काल बर्खास्त कर दिया है साथ ही मैं कल खुद रामपुरहाट जाऊंगी.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं बीरभूम हत्याओं को सही नहीं ठहरा रही पर यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान में ऐसी घटनाएं अधिक होती हैं और ये बंगाल है उत्तर प्रदेश नहीं. घटना को राजनीतिक बना देने के बावजूद हिंसा में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'
अमित शाह ने राज्य सरकार से 72 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था तेजी से चरमरा गई है. पंचायत उपप्रधान (उप प्रमुख) की हत्या के बाद बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में तनाव और दहशत फैल गई है. भादू शेख कथित तौर पर कल शाम एक बम हमले में मारा गया था. गुस्साई भीड़ ने बाद में तोड़फोड़ की और कई घरों में आग लगा दी.