G-21 गुट की बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं का बड़ा बयान बोले -तब तक पार्टी नहीं छोड़ेंगे, जब तक हमें बाहर नहीं किया जाता
नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस का असंतुष्ट गुट G-21 एक बार फिर एक्टिव हो गया है. G-21 ने बुधवार शाम दिल्ली में गुलाम नबी आजाद के घर एक बैठक की और बयान जारी कर कहा कि BJP को चुनौती देने के लिए अच्छा विकल्प जरूरी है इसलिए कांग्रेस को मजबूत करना जरूरी है. हम कांग्रेस से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विश्वसनीय विकल्प के लिए राह तैयार करने को लेकर समान विचारधारा वाली ताकतों के साथ बातचीत शुरू करने की मांग करते हैं.
गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री रजिंदर कौर भट्टल, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी, शशि थरूर, परिणीत कौर, राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, विवेक तन्खा, अखिलेश प्रसाद सिंह मौजूद रहे. इनके अलावा मणिशंकर अय्यर, राज बब्बर, संदीप दीक्षित, केरल से पीजे कुरियन, हरियाणा से कुलदीप शर्मा, आंध प्रदेश से एमए खान गुजरात से शंकर सिंह वाघेला जैसे नेताओं ने भी शिरकत की. जहां G-23 के पुराने नेताओं में से 14 मौजूद रहे वहीं नए चार नेताओं में सबसे अहम मणिशंकर अय्यर रहे. कुल मिलाकर पहले के मुकाबले G-23 की संख्या भले ही अभी भी कम हो लेकिन उनका दायरा बढ़ा हुआ है.