उत्तराखंड : जंगलों में रुक नहीं रहा आग का तांडव, वन विभाग ने बुझाने में लगाई ताकत >>>>>>>>> राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर लगाई रोक, वित्त मंत्री चंद्रिमा पर भी लगा 'प्रतिबंध' >>>>>>>>> माध्यमिक परीक्षा में जिलों ने मारी बाजी, कूचबिहार का चंद्रचूड़ टॉपर >>>>>>>>> टीएमसी ने कुणाल घोष लिया एक्शन, महासचिव पद से हटाया
Dainik Vishwamitra

शनिवार ११ मई २०२४

दिल्ली सरकार कोरोना की हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार: केजरीवाल




नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना के संभावित नये वैरिएंट को लेकर बेहद गंभीर है और इससे निपटने के लिए तैयार है।
श्री केजरीवाल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि ओमिक्रॉन वायरस ने दुनिया भर में सबकी चिंता बहुत ज्यादा बढ़ा दी है। ईश्वर करें कि ओमिक्रॉन वायरस भारत में न आए। अगर दिल्ली में ओमिक्रॉन वायरस आता है, तो एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हमारा फर्ज है कि उससे निपटने के लिए हम अपनी सारी तैयारियां पूरी कर लें।
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज मैंने सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक की और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया। हमारे पास कितने बेड हैं, टेस्टिंग की कितनी जरूरत है, ऑक्सीजन की कितनी जरूरत पड़ सकती है, वैक्सीनेशन का क्या स्टेटस है, कितने आईसीयू बेड की जरूरत पड़ सकती है, मैन पावर की कितनी जरूरत पड़ सकती है, इन सारी चीजों का बैठक में जायजा लिया।”
उन्होंने कहा, “पिछली बार जब कोरोना आया था, तब उस समय हम लोगों ने लगभग 25 हजार के करीब बेड्स बढ़ाए थे। अभी हम लोगों ने 30 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार कर लिए हैं। जिसमें से लगभग 10 हजार आईसीयू बेड हैं। इसके अलावा 6800 आईसीयू बेड अभी बनाए जा रहे हैं। यह आईसीयू बेड फरवरी तक तैयार हो जाएंगे। इस तरह कुछ समय में 17 हजार आईसीयू बेड बन कर तैयार हो जाएंगे। इसके अलावा, हमने इस तरह से इंतजाम किया है कि हम दो सप्ताह के नोटिस पर हर म्युनिसिपल वार्ड में 100-100 ऑक्सीजन बेड तैयार कर पाएंगे। इस तरह दिल्ली के 270 वार्डों में 27 हजार ऑक्सीजन बेड्स दो हफ्ते की शॉर्ट नोटिस पर हम और तैयार कर पाएंगे। यह सारे बेड मिलाकर 63800 बेड हो जाएंगे। इस तरह लगभग 64 से 65 हजार बेड तैयार करने की हमारी तैयारी है। इसके लिए जितनी भी मैन पावर की जरूरत पड़ेगी, उसकी भी ट्रेनिंग करवाई जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि 32 किस्म की दवाइयां हैं, जो अलग-अलग तरीके से कोरोना के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इन सारी दवाइयों का दो महीने का बफर स्टॉक ऑर्डर किया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह से दवाइयों की कमी न पड़े। होम आइसोलेशन के लिए भी सारी तैयारियां दुरूस्त की जा रही हैं। काफी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं, ताकि अगर कोरोना की तीसरी लहर या ओमिक्रॉन वेरिएंट आता है, तो होम आइसोलेशन के लिए भी हम लोग तैयार रहें।”
 केजरीवाल ने कहा, “पिछली बार हमें ऑक्सीजन की कमी हुई थी। ऑक्सीजन के लिए हमारे पास दिल्ली के जितने अस्पताल हैं, उन सारे अस्पतालों को मिलाकर लगभग 750 मीट्रिक टन की क्षमता है। पिछली बार सबसे ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन स्टोरेज और वितरण की थी। उससे निपटने के लिए हमने 442 मीट्रिन टन की अतिरिक्त स्टोरेज क्षमता बना ली है। अब हमारे पास 442 मीट्रिन टन ऑक्सीजन भंडारण के लिए टैंक तैयार हैं, जो कि पहले नहीं थे। दिल्ली में पहले ऑक्सीजन बनाने की क्षमता शून्य थी। लेकिन अब हमने ऑक्सीजन बनाने के लिए पीएसए प्लांट बनाए हैं। इन प्लांट्स की मदद से दिल्ली में अब 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बननी चालू हो गई हैं।”
उन्होंने कहा कि पिछली बार हर अस्पताल यह कह रहा था कि ऑक्सीजन खत्म हो गई। इस पर हम सब लोगों ने मिल कर ऑक्सीजन का इंतजाम भी किया। अब हमने दिल्ली में जितने भी ऑक्सीजन टैंक हैं, चाहे किसी अस्पताल है या हमारे बड़े टैंक हैं या छोटे टैंक हैं, इसमें टेलीमेट्री डिवाइस लगाने के निर्देश दे दिये हैं। इस डिवाइस से रियल टाइम बेसिस पर हमारे वार रूम में हर मिनट में पता चलता रहेगा कि किस टैंक में इस समय कितनी ऑक्सीजन मौजूद है। कहां पर ऑक्सीजन खत्म होने वाली है। इस डिवाइस की मदद से ऑक्सीजन प्रबंधन में मदद मिलेगी। पिछली बार हर अस्पताल के अदंर जो ऑक्सीजन सिलेंडर होते हैं, उनके अलावा हमारे पास अतिरिक्त क्षमता नहीं थी। ताकि अगर हमें अतिरिक्त बेड लगाने पड़े तो हमारे पास खाली सिलेंडर भी नहीं थे। हम लोगों ने चीन से छह हजार ऑक्सीजन सिलेंडर को आयात कर लिए हैं। अब हमारे पास छह हजार ‘डी’ टाइप खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं। इसके जरिए हम विभिन्न स्थानों पर जल्द से जल्द नए बेड तैयार कर सकते हैं। दिल्ली के अंदर अभी तीन प्राइवेट रीफिलिंग प्लांट्स हैं। जिनकी क्षमता 1500 सिलेंडर प्रतिदिन भरने की क्षमता है। इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने दो बॉटलिंग प्लांट्स और लगा लिए हैं। इनकी भी सिलेंडर भरने की क्षमता लगभग 1400 है। इस तरह दिल्ली की अब 2900 सिलेंडर प्रतिदिन भरने की क्षमता हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ दिल्ली में टीकाकरण की स्थिति अच्छी है और 93 फीसद लोग पहली डोज लगवा चुके हैं, जबकि 57 फीसद लोग दूसरी डोज लगवा चुके हैं। मेरी उन सभी लोगों से हाथ जोड़ कर गुजारिश है, जिन्होंने अभी दूसरी डोज नहीं लगवाई है, वो भी आगे आकर दूसरी डोज जल्द से जल्द लगवा लें। मैं उम्मीद करता हूं कि कोरोना की तीसरी लहर न आए, ओमिक्राॅन वायरस न आए। बड़ी मुश्किल से पूरे देश ने कोराना का मुकाबला किया, लेकिन अगर कोरोना की लहर आती है, तो हम तैयार हैं, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
दिल्ली सरकार ने कोरोना की संभावित लहर को ध्यान में रखते हुए पांच हजार हेल्थ असिस्टेंट तैयार किए जा रहे हैं। हेल्थ असिस्टेंट को नर्सिंग, पैरामेडिक्स, होम केयर, ब्लड प्रेशर मापने, वैक्सीन लगाने आदि की बेसिक ट्रेनिंग दी गई है। हेल्थ असिस्टेंट, डॉक्टर और नर्स के असिस्टेंट के रूप में काम करेंगे और खुद से कोई निर्णय नहीं ले पाएंगे। इनकी मदद लेकर डॉक्टर अधिक कुशलता पूर्वक काम कर पाएंगे और मरीजों की देखभाल भी काफी अच्छे से हो सकेगी।


-1

  • नशा मुक्त भारत अभियान में सहयोग करेगा इस्कॉन

    डाॅ. कुमार ने कहा कि मंत्रालय ने नवचेतना मॉड्यूल विकसित किया है, जो स्कूली छात्रों के बीच जीवन कौशल और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर जागरूकता और शिक्षा बढ़ाएगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य न केवल स्कूली बच्चों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की शुरुआत को धीमा करना है बल्कि इसे हमेशा के लिए रोकना भी है।

  • एआई आधारित डीप फेक के खतरे से लोगों को जागरूक करे मीडिया : मोदी

    मोदी ने डीप फेक वीडियाे में स्वयं उनका एक वीडियो बना कर डाला गया है जिसमें गरबा गाते हुए दिखाये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में हमारे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को जागरूक करें कि डीपफेक है क्या, कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है और इसके प्रभाव क्या हो सकता हैं, उसको उदाहरणों के साथ लोगों को बताया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को इसका शास्त्र समझाने की नहीं बल्कि उसके प्रभाव के बारे में अधिक समझाने की आवश्यकता है।

  • भारत का सर्वसमावेशी दर्शन ही विश्व की रक्षा करने में समर्थ : डॉ. जोशी