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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १० मई २०२४

संविधान दिवस: विपक्ष ने किया बहिष्कार, तो प्रधानमंत्री बोले- एक ही परिवार का पार्टी चलाते रहना लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा संकट


  
 
नई दिल्ली। देश के 71वें संविधान दिवस पर संसद के सेंट्रल हॉल में मुख्य कार्यक्रम का विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस बिना नाम लिए कहा कि संविधान बनाने वालों ने देशहित को सबसे ऊपर रखा, लेकिन समय के साथ नेशन फर्स्ट पर राजनीति का इतना असर हुआ कि देशहित पीछे छूट गया।  'पार्टी फॉर द फैमिली, पार्टी बाय द फैमिली' हावी हो गई। जिन 14 विपक्षी पार्टियों ने संविधान दिवस के कार्यक्रम का बहिष्कार किया, उनमें शिव सेना, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, राजद, आईयूएमएल और डीएमके शामिल हैं। दरअसल, कांग्रेस और तृणमूल ने पहले ही कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था।  

 कार्यक्रम की शुरुआत में मोदी ने कहा, 'आज का दिन अंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद जैसे दूरंदेशी महानुभावों को नमन करने का है। हालांकि आज 26/11 का भी दिन है। वो दुखद दिन, जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में ऐसी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया। 
उन्होंने यह भी कहा, 'साथियों, हमारा संविधान सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह नहीं है। संविधान सहस्त्रों सालों की भारत की महान परंपरा, अखंड धारा की आधुनिक अभिव्यक्ति है। हमारे लिए लेटर एंड स्प्रिट में संविधान के प्रति समर्पण है। जब हम संवैधानिक व्यवस्था से जनप्रतिनिधि के रूप में ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक दायित्व निभाते हैं, तो इसी भावना को याद रखना होगा। ऐसा करते वक्त संविधान की भावनाओं को कहां चोट पहुंच रही है, इसे भी नजरंदाज नहीं कर सकते हैं।"
 

 


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