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Dainik Vishwamitra

शनिवार ११ मई २०२४

बाबुल सुप्रियाे ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा, 'राजनीति छोड़ने' के बाद उठाया


 

कोलकाता। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और पार्टी के राज्य सभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में श्री सुप्रियो ने यहां तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता हासिल की। श्री बनर्जी ने उनका पार्टी में स्वागत किया।
भाजपा छोड़कर टीएमसी में शामिल होने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि बदले की राजनीति नहीं है, यह अवसर की राजनीति है। ये सब बीते चार दिनों में हुआ।मुझे लगा कि दीदी (ममता बनर्जी) और अभिषेक बनर्जी से बस भरोसा और विश्वास था। मेरे परिवार ने मुझसे कहा था कि मेरा राजनीति छोड़ने का फैसला गलत है। मुझे अपने फैसले के बदलाव पर गर्व है। उन्होंंने बताया कि वह सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे और पार्टी जो भी निर्णय करेगी वह उसके मुताबिक ही चलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह आसनसोल से सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले भाजपा सांसद श्री सुप्रियो अचानक सबको चौंकाते हुए भाजपा का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
ऐसा माना जा रहा था कि पिछले दिनों मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से ही श्री सुप्रियो पार्टी से नाराज चल रहे थे। गायन के क्षेत्र से राजनीति में आए श्री सुप्रियो 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद 2014 में वह आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस की नेता डोला सेन को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे।
श्री मोदी की अगुवाई में बनने वाली पहली सरकार में उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था। इसके बाद 2019 में उन्होंने आसनसोल से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। उन्हें दोबारा केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया था, लेकिन कुछ दिनों पहले हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था।