भारतीय हॉकी पुरुष टीम बेल्जियम से 2-5 से हारी , कांस्य पदक के लिए खेलेगी
टोक्यो, 03 अगस्त (वार्ता) भारतीय पुरुष हॉकी टीम का टोक्यो ओलम्पिक में शानदार अभियान मंगलवार को मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम के हाथों पहले सेमीफाइनल में 2-5 की हार के साथ थम गया और इस हार के बाद भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए खेलेगी।
भारत के लिए दो गोल हरमनप्रीत सिंह ने सातवें और मनदीप सिंह ने नौंवें मिनट में किये। बेल्जियम के लिए एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने 19 वें, 49 वें और 53 वें मिनट में गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी की। बेल्जियम ने इस जीत के साथ फ़ाइनल में जगह बना ली जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
भारत की 41 साल के लम्बे अंतराल के बाद पहली बार ओलंपिक फाइनल में खेलने की उम्मीदें पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम से हारने के बाद टूट गईं। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पास इस हार के बाद हालांकि अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है, जिसके लिए उसे गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी के साथ मशक्कत करनी होगी।
बेल्जियम की बात करें तो एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स की गोल हैट्रिक और लोइक लुयार्ट और जॉन-जॉन डोहमेन के गोल की बदौलत वह फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुआ। हेंड्रिक्स ने 19वें, 49वें और 53वें, लोइक ने दूसरे और डोहमेन ने 60वें मिनट में गोल दागा। वहीं भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह ने सातवें और मंदीप सिंह ने नौंवे मिनट में गोल किया।
दोनों टीमों ने मैच के पहले क्वार्टर में धमाकेदार शुरुआत की, लेकिन लोइक लुयार्ट के फ्लिक के जरिए दूसरे ही मिनट में गोल से बेल्जियम को मिली बढ़त से भारतीय अटैकर्स शुरुआत में ही दबाव में आ गए, हालांकि भारत को इसका जवाब देने में ज्यादा देर नहीं लगी और सातवें मिनट ने भारत ने एक के बाद एक पेनल्टी कॉर्नर लिए, जिसका फायदा उठाते हुए हरमनप्रीत ने शानदार ड्रैगफ्लिक के जरिए गेंद को गोल पोस्ट में भेज दिया और टीम को 1-1 से बराबरी पर खड़ा कर दिया। टोक्यो 2020 में यह उनका पांचवां गोल रहा। फिर नौंवे मिनट में भारत ने एक गोल करके 2-1 की बढ़त बना ली। अमित रोहिदास की सहायता से मंदीप सिंह ने डी के ऊपर से एक टोमहॉक मार कर गोल दागा, हालांकि 19वें मिनट में बेल्जियम के अटैकर हेंड्रिक्स ने मैच का पहला गोल करके टीम की 2-2 की बराबरी कराई और पहला हाफ इसी स्कोर के साथ समाप्त हुआ।