आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 102वीं जयंती मना रहा है। ऐसे में यह जानना रोचक है कि आखिर अपने जन्मदिन पर गांधी जी क्या करते थे। गांधीवादी रामचंद्र गुहा के अनुसार, गांधीजी अपना जन्मदिन नहीं मनाते थे, लेकिन लोग उनके जन्मदिन का जश्न मनाते थे। सन् 1918 में गांधीजी ने अपना जन्मदिन मनानेवालों से कहा था कि उनकी मृत्यु के बाद उनकी कसौटी होगी कि वह जन्मदिन मनाने लायक हैं या नहीं। उनके अनुसार इस दिन वह ईश्वर से प्रार्थना करते थे, चरखा चलाते थे और ज्यादातर समय मौन रहते थे, किसी भी महत्वपूर्ण दिन को वह इसी तरह मनाते थे।
डाॅ. कुमार ने कहा कि मंत्रालय ने नवचेतना मॉड्यूल विकसित किया है, जो स्कूली छात्रों के बीच जीवन कौशल और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर जागरूकता और शिक्षा बढ़ाएगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य न केवल स्कूली बच्चों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की शुरुआत को धीमा करना है बल्कि इसे हमेशा के लिए रोकना भी है।
मोदी ने डीप फेक वीडियाे में स्वयं उनका एक वीडियो बना कर डाला गया है जिसमें गरबा गाते हुए दिखाये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में हमारे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को जागरूक करें कि डीपफेक है क्या, कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है और इसके प्रभाव क्या हो सकता हैं, उसको उदाहरणों के साथ लोगों को बताया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को इसका शास्त्र समझाने की नहीं बल्कि उसके प्रभाव के बारे में अधिक समझाने की आवश्यकता है।