चक्रवाती तूफान 'टौक्टे' से कर्नाटक में 4 की मौत, कई राज्यों में अलर्ट
नई दिल्ली/गोवा/अहमदाबाद। चक्रवात टौक्टे रविवार सुबह गोवा के समुद्री तट से टकरा गया। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। गोवा के तट पर तेज हवाओं के साथ-साथ मूसलाधार बारिश भी हो रही है। यहां कई पेड़ भी सड़क पर गिर गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के चक्रवात चेतावनी प्रभाग के मुताबिक, दक्षिण महाराष्ट्र-गोवा तथा इससे सटे हुए कर्नाटक के तटों पर हवा की गति 70-80 से लेकर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है और 16 मई को उत्तर महाराष्ट्र के तटों के पास हवा की गति 40-50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को बताया, “इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 (मई) की शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने की बहुत संभावना है और यह 18 मई को तड़के पोरबंदर और (भावनगर जिले में) महुवा के बीच से राज्य के तट को पार करेगा।'' आईएमडी ने कहा कि उसने गुजरात तथा दमन एवं दीव के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफ़ान ताऊ ते अब अति तीव्र (वेरी सिवीयर) श्रेणी के तूफ़ान में परिवर्तित हो गया है तथा इसके अगले 24 घंटे में और विकराल रूप लेने और 18 मई की सुबह गुजरात के महुवा (भावनगर) और पोरबंदर के बीच से तट से टकराने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
मौसम विभाग से आज मिली जानकारी के अनुसार यह तूफ़ान आज अपराहन 1130 बजे गुजरात के वेरावल तट से 620 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित था।इसके कल गुजरात तट के और क़रीब पहुंचने के दौरान हवाओं की रफ़्तार 155 से लेकर 185 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। इसके साथ तटीय गुजरात में भावनगर, गिर सोमनाथ, अमरेली, पोरबंदर के अलावा अहमदाबाद, वडोदरा, भरूच, वलसाड आदि में भारी से अति भारी वर्षा भी हो सकती है।
समुद्र में उथल पुथल के चलते मछुआरों को इसमें नहीं जाने की सलाह दी गयी है। गुजरात के सभी बंदरगाहों पर भी दो नम्बर का चेतावनी सिग्नल लगा दिया गया है।
मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि तूफ़ान, भारी वर्षा और तेज़ हवाओं के कारण तटीय इलाक़ों में कच्चे, पक्के मकानों, सड़कों, बिजली के खम्बों, पेड़ों और फ़सलों आदि को नुक़सान हो सकता है। इसमें ख़तरे वाले इलाक़ों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने, मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने, सड़क और रेल यातायात को भी नियंत्रित करने, तूफ़ान के दौरान लोगों से घरों में रहने की सलाह भी दी गयी है।